आप में बहुत कुछ छिपा है / जनता पर मयश्शर है कि वह क्या पाना चाहती है और क्या नहीं । उसी तरह से जनता को अपना एजेंडा आप के सामने रखना चाहिए ।
हरयाणा में भी जनता को अपना चुनाव घो"षना पत्र बनाने की जरूरत है । हरयाणा के बुद्धिजीवीयों का फर्ज बनता है कि हरयाणा कि जनता के इस काम में वे जनता की मदद करें ।
परिवार हमारे समाज व्यवस्था की रीढ़ है । इसके जनतांत्रिक सवरूप को विकसित करना आवश्यक है यदि इसे यह रीढ़ बनाये रखना है तो । सहनशीलता, संवेदनशीलता कर्तव्य भावना आदि का होना बहुत जरूरी हो गया है ।
हरयाणा में भी जनता को अपना चुनाव घो"षना पत्र बनाने की जरूरत है । हरयाणा के बुद्धिजीवीयों का फर्ज बनता है कि हरयाणा कि जनता के इस काम में वे जनता की मदद करें ।
परिवार हमारे समाज व्यवस्था की रीढ़ है । इसके जनतांत्रिक सवरूप को विकसित करना आवश्यक है यदि इसे यह रीढ़ बनाये रखना है तो । सहनशीलता, संवेदनशीलता कर्तव्य भावना आदि का होना बहुत जरूरी हो गया है ।
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