सविता क़ि शादी
को चार साल
हो गए हैं
कोई बच्चा नही
हुआ | परिवार बहुत
परेशान| करतार सिंह
क़ि दूसरी शादी
क़ि तयारी हो जाती
हैं | सविता अपनी
छोटी बहन का रिश्ता करवाने
के बारे अपनी
माँ से बात
करती है | ज्ञान
विज्ञानं का एक डाक्टर एक
दिन गाँव आता
है | वह दोनों
को टेस्ट करवाने
के लिए मेडिकल
बुलाता है | वहां
टेस्ट में पाता
लगता है क़ि करतार सिंह
में शुक्राणु नही
हैं | तब दूसरी
शादी क़ि बात
रुक जाती है
और एक दूसरा
खेल शरू हो
जाता है | खेल
को सविता समझ
जाती है और
एक दिन क्या सोचती
है
सास बी चुप
रहैगी चुप रैहग्या मेरा
यो घरबारी
गात मैं बेचैनी
होगी नहीं बात
समझ मैं पारी
सास के आगे
देवर क़ि मने
सब कुबध खोल
बताई
ऊपर तै तो
खड़ी साथ मैं
दे भीतरले मैं
रोल दिखाई
रहवै डावांडोल मुरझाई नहीं
मेरे तै आंख मिलारी
करतार नै जिब
बेरा लाग्या एक
ब़र तो तिलमिलाया
देवर मेरे तै दे
गाली बोल्या उने गलत
कदम उठाया
पिया देवर गेल्या
बतलाया कुछ दिन
बंद हुई खंगारी
कुछ दिन पाछे देवर
नै सोव्नती है
दाबोचनी चाही
आंख खुली तो
हिमत करकै बाहार
धक्का मारके आई
बोली क्यों शर्म
बेच खाई ऊपर
तै बनै समाज
सुधारी
हटके सास मेरी
तै मने ये सारी
बात सुनाई फेर
करतार सुन चुप
रहया रणबीर चिंता
बधाई फेर
किसेनै
ना मेर कटाई
मिलीभगत होगी उजागर
सारी
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