पहलवान ---------------------------------------
एक बूढ़े पहलवान नै भीड़ को संबोधित करते हुए कहया ,'मेरे मैं इब्बी उतनी ए ताकत सै , जितनी जवानी के दिनों मैं थी '
"वो क्यूकर "एक माणस नै बूझ्या |
वो बड्डा सा पत्थर देख रहे सो ना , मैं उसनै जवानी मैं भी ठाया करता , इब्बी ठाऊँ सूँ |
वो न तो तब उठता था और ना इब उठता मेरे पै "
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