Wednesday, August 1, 2012

6 अगस्त 1945--hiroshima kee tabahee


६ अगस्त १९४५ 
हिरोशिमा नागाशाकी पै अमेरिका नै बम्ब गिराया रै ||
दुनिया सारी या दहल उठी धरती का दिल कंपाया  रै  ||
हिरोशिमा शहर तबाह होग्या लाखों लोग मारे गये 
सबक सिखावां जापान तनै अमरीकी लगा नारे गये 
आज बी भुगतै हिरोशिमा यो परमाणु  बम छाया  रै ||
परमाणु कणों नै मार करी विकलांगता उड़े छाई 
कई बरसों जापान के महां या मची कसूत तबाही 
अमेरिका का जुल्मी चेहरा सबके सहमी आया रै ||
तीन दिन पाछै नागाशाकी मैं दूसरा बम्ब गिरा दिया 
अपनी कड़ थेपड़ली अक जापान माट्टी मैं मिला दिया 
या मानवता खडी लखाई राक्षस नै खेल रचाया रै ||
प्रयोगशाला जापान बनाया परमाणु हथियारां की 
आगे ताहीं का राह बांधया लाइन लगी ताबेदारां  की  
आधी तैं फालतू दुनिया नै अटम बम्ब  बिसराया रै ||
परमाणु कण घणा भुंडा इसका सारे विरोध कराँ
मतना खेलो  इसकी गेल्याँ मिलके नै अनुरोध कराँ  
जापान मैं अमेरिका नै यो कहर घणा कसूता ढाया रै
यकीन और विश्वास मेरा एक दिन दुनिया जागैगी
मानवता के सहमी या अमेरिकी दादागिरी भगैगी
रणबीर बरोने आला ये टोह टोह कै छंद ल्याया रै ||  
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