Thursday, August 9, 2012

छियासठ बरस की आजादी


   छियासठ  बरस की आजादी
छियासठ  बरस की आजादी मैं लोगो के खोया के पाया 
बनाई ईमारत चालीस मंजली पर खुले मैं बिस्तर लाया  
आजादी का सपना म्हारा सबनै रोजगार मिलेगा फेर 
आजादी का सपना म्हारा सबनै घरबार मिलेगा फेर 
आजादी का सपना म्हारा सबनै उपचार मिलेगा फेर 
आजादी का सपना म्हारा सबनै संस्कार मिलेगा फेर 
सारे भारतवासी शिक्षित होज्याँ मिलके अलख जगाया ||
किसान मजदूर खुभात करी खेतों मैं खूब कमाये दोनों 
माट्टी गेल्याँ माट्टी होगे मुड़ कै  नै नहीं लखाए दोनों 
बड़े बड़े शहर बसाये विकास की रीढ़ कहाए दोनों 
तीसरी शक्ती बनेगा भारत बैठे सें आस लगाये दोनों 
जमींदार और अमीर किसान नै सबतें ज्यादा फायदा ठाया ||
टाटा बिडला करोड़ पति थे दौलत का आज औड नहीं 
अम्बानी के महल का पूरे भारत देश मैं कोए तौड़ नहीं 
अमीर होगे अमीर कसूते गरीबन नै ठिकाना ठौड़ नहीं 
काले धन का राम हिम्मती होण देता भन्दा फौड़ नहीं 
अन्ना हजारे गुम होगे राम देव की झल कै सै  इबै माया ||
सपना पूरा हुया नहीं सै किसान मजदूर कमेरे का 
जात पांत पै बाँट कसूते माहौल बना दिया अँधेरे का 
म्हारी बाँट नै मजबूत करया यो लूट का जाल लूटेरे का 
रणबीर सिंह बरोने आला समझै सै खेल बघेरे का 
किसान मजदूर के एके बिना सपना पूरा ना हो पाया ||

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