बाहर भीतर
"काली " ?
'जी मैडम '
'सन्नी कब सोया है 'मिसिज राठी ने अपने सितारों से चमचमाती गुलाबी साड़ी का एक पल्लू कन्धे पर डालते हुए पूछा | काली ने जवाब दिया ," जी मैडम घंटे से सो रहा है सन्नी बस अब जागने वाला ही होगा | मिसिज राठी ने मेकअप से जल्दी से फारिग होके घर से खिसकना चाहा क्योंकि उन्हें ठीक तीन बजे सिटी क्लब में " नारी और ममता " विषय पर एक करार भाषण देना था | चार वर्ष का बेटा सन्नी बिस्तर में थोड़ा हिला और बोला ,' मम्मी मैं भी चलूँगा तुम्हारे साथ | तुम बहुत देर से आओगी| मैं जरूर चलूँगा |" काली इसे सम्भाल जरा ," मिसिज राठी ने अपने डायमंड के हर को ठीक करते हुए बेचैनी से कहा | परन्तु काली की लाख कोशिशों के बाद भी सन्नी नहीं माना और जोर जोर से हाथ पैर पटक कर रोने लगा | वह पुकारा ,' प्लीज आज तो जरूर ले चलो अपने साथ " और मम्मी के पैरों में लेट गया | कान के बूंदे ठीक करते हुए मिसिज राठी ने आंव देखा न तांव और एक जोर का चांटा रसीद कर दिया सन्नी को और काली की तरफ धकेल कर चलती बनी मैडम | स्टेज से मिसिज राठी बोल रही थी ," नारी का सबसे महान रूप है ममता मई माँ | परन्तु आज की तथाकथित आधुनिक कहलाने वाली नारियों ने अपनी संतानों से ममता का सहारा छीन लिया है | कमाल की बात है कि इन्ही महिलाओं ने समाज सेवा का बहुत सुन्दर मुखौटा भी पहन लिया है | आपको इनसे सावधान रहने की जरूरत है | सभागार तालियों की गडगडाहट से गूँज रहा था | इस चकाचौंध में मिसिज राठी का चेहरा कैसा लाग रहा था आप अंदाजा लगा सकते हैं |
No comments:
Post a Comment