क्या ठीक है कया गलत है कौन समझाए
क्या करें क्या ना करें ये कौन बतलाये
सही काम करके ही जीना चाहता हूँ मैं
कहीं भी सही काम तो नहीं पाता हूँ मैं
सर पकड़ कर एक तरफ बैठ जाता हूँ मैं
सोचता हूँ कोई आकर मुझे उठाये---------
काले काम काले धंधे बुला रहे हैं
इनमे कई लोग बेंतहा कमा रहे हैं
मुझे भी यही रास्ता दिखा रहे हैं
डर लगता है मुझको कोई ढाढस बंधवाये ------
मेरे जैसे बहुत काले अंधेरो में खो गए
गलत रहो के आदि बहुत साथी हो गए
परिवार भी बस दो चार बार रो गए
बिना काले के हमारा पेट कैसे भर पाए -----
क्या करें क्या ना करें ये कौन बतलाये
सही काम करके ही जीना चाहता हूँ मैं
कहीं भी सही काम तो नहीं पाता हूँ मैं
सर पकड़ कर एक तरफ बैठ जाता हूँ मैं
सोचता हूँ कोई आकर मुझे उठाये---------
काले काम काले धंधे बुला रहे हैं
इनमे कई लोग बेंतहा कमा रहे हैं
मुझे भी यही रास्ता दिखा रहे हैं
डर लगता है मुझको कोई ढाढस बंधवाये ------
मेरे जैसे बहुत काले अंधेरो में खो गए
गलत रहो के आदि बहुत साथी हो गए
परिवार भी बस दो चार बार रो गए
बिना काले के हमारा पेट कैसे भर पाए -----
No comments:
Post a Comment