Monday, December 23, 2013

सार्वजानिक स्वास्थ्य का परिचय

सार्वजानिक स्वास्थ्य का परिचय
"मनुष्य अपनी शुरुआत की आधी जिंदगी में "दौलत " कमाने के लिए "स्वास्थ्य " खर्च करता है ;परन्तु बाद की आधी जिंदगी में अपना स्वास्थ्य दोबारा पाने हेतु अपनी सारी दौलत खर्च करता है "।
मनुष्य प्राणी का यह तात्विक विचार इस बात पर जोर देता है कि स्वास्थ्य , अर्थपूर्ण जीवन बसर करने का एक महत्वपूर्ण घटक है । यह भी एक सामान्य अनुभव है कि जब भी हमारा स्वास्थ्य बिगड़ता है तब व्यक्तिगत स्तर पर , हमारा दैनदिन कार्य और जीवन प्रभावित होता है ।
महामारी के दौरान बड़ी संख्या में लोग बीमार पद सकते हैं , अतः पूरे जनसमूह का या समुदाय का जीवन स्तर , बड़े पैमाने पर घाट सकता है । उसी तरह , अस्वस्थ्य या बीमारी का बारम्बार सामना करने से भी समुदाय या जनसमूह का जीवन स्तर बड़े पैमाने पर घाट सकता है । गरीबी , भीड़ , सवच्छ पेयजल की कमी , उचित स्वछता का अभाव , निजी स्वस्छता के प्रति लापरवाही आदि इसके कारण  हो सकते हैं । यह बातें शायद व्यक्ति के नियंत्रण से परे हों परन्तु संगठित प्रयास और वैज्ञानिक तकनीक के उपयोग के जरिये हम बड़े पैमाने पर कम कर सकते हैं । इसलिए वैज्ञानिक अर्थ में स्वास्थ्य की संकल्पना को समझना  अत्यावश्यक है । 

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