Sunday, May 20, 2012

एक आश्वासन



एक आश्वासन 
निराश मतना होईये बेटी दिखा दे तूं बन कै नै चिंगारी ||
पाछै मतना हटिये जंग तैं छोरी निगाह तेरे पै टिकारी ||
हरयाणा  मैं  महिलावाँ नै आजादी  का  बिगुल  बजा  दिया   
खेलां मैं चमकी दुनिया मैं शिक्षा मैं आगै कदम बढ़ा दिया 
dialectis  का नियम यो  दूजी ताकत पीछे नै धिकारी ||
घबरायीयो मतना होंश राखियो संघर्ष बिना गुजारा ना 
बाहर भी खतरा घर मैं खतरा यो दिल ठुकता म्हारा ना  
दुखती राग पै पां टेक दिया आज दिल तैं जनता पुकारी ||
इंसानियत बचानी सै मिल कै हम सब कसम नयों खावाँ 
गुण दोष के आधार पर परखां  नहीं जात गोत पै जावाँ  
कहना आसान पर करना औखा मुश्किल आज्याँ घनी भारी ||
आज मजबूत संगठन बनाकै  हम अत्याचार मिटावांगे 
नए नव जागरण की हम घर घर मैं अलख जगा वांगे 
कहै रणबीर बरोने आला थारा साथ देवैगा यो प्रचारी ||

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