Monday, May 7, 2012

YUVA LADKE AUR LADKEE

साम्राज्यवाद के निशाने पै युवा लड़के और लड़की
बेरोजगारी हिंसा और नशा घंटी खतरे की खडकी 
सही बातों तैं धयान हटा कै नशे का मंतर पकडाया
लड़की फिरती मारी  मारी   समाज यो पूरा भरमाया 
ब्यूटी कंपीटीसन  कराकै देई लवा ऐश की तडकी ||
निराशा और दिशा हीनता दे वें चारों  तरफ दिखाई 
बात बात पै हर घर के महँ मचरी सै  खूब लडाई 
सल्फाश की गोली खा कै  करैं जीवन की बंद खिड़की ||
युवा लड़की की ज्यान पै शाका पेट मैं शाका छाया 
रोज हिंसा का शिकार बनैं ना साँस सुख का आया 
वैश्यावृति घनी फैलाई जनून जड़ ये फ़ैली बड़ की ||
एक तरफ सै चका चौंध यो दूजी तरफ  अँधेरा 
दिन पै दिन बढे यो संकट ना दिखे जमा सबेरा 
रणबीर सिंह विरोध करेँ हम बजी ला कै धड की ||

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Will fail Fighting and not surrendering

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