माओवादी क्यूकर बताई या बात बूझना चाहूं मैं
तानाशाही तो भुंडी हो सै मैडम थामनै या समझाऊँ मैं ||
थारे कहने भर तैं मैडम नहीं मैं माओवादी होज्यांगी
थामनै खोया आप्पा अपना मैं क्यूं अपना आप्पा खोज्यांगी
बौखलाहट अच्छी ना होंती धुर तैं ए सुनती आऊँ मैं ||
बंगाल पूरा थारे ऊपर उम्मीद पूरी लारया मैडम
हटा कामरेडों नैं थाम नै यो सिर पै बिठारया मैडम
इसे राही चालें गयी तो कामरेड उलटे आंते दिखाऊँ मैं ||
किस आधार पै दिया तगमा एक बै मने बता दयो नै
इतना जानना हक़ मेरा पर्दा इसतैं इब उठा दयो नै
तानाशाही तो भुंडी हो सै मैडम थामनै या समझाऊँ मैं ||
कलकत्ते मैं गुस्सा थारा मैडम देख्या दुनिया सारी नै
एक सवाल तै बानावें देखो माओवादी माल्या बिचारी नै
कहै रणबीर सिंह बरोने आला सोच कै छंद बनाऊं मैं ||
No comments:
Post a Comment