Saturday, September 12, 2009

हरियाणा नम्बर वन कोण्या

मजदूर और किसान बिना , इन सब के उथान बिना
चेहरे ऊपर मुस्कान बिना ,हरियाणा नम्बर वन कोण्या ||

हरया भरया हरियाणा , जित दूध दही का खाना
खून की कमी गरभवती मैं दस परतिशत बढ़ जाना
हम सबके उपकार बिना ,बसते हुए घरबार बिना
लिंग अनुपात सुधार बिना,हरियाणा नम्बर वन कोण्या ||
हरित क्रांति के गुन गाते , नुकसान ना कदे बतावैं
पाणी मैं जहर घोल दिया , ये कीटनाशक कहर मचावैं
बीमारियाँ के इलाज बिना ,हम गरीबां के आगाज बिना
विकाश के सही अंदाज बिना , हरियाणा नम्बर वन कोण्या ||
कांग्रेसी घास तै हरियाणा ,बहोत घाना दुःख पाया
खाज बीमारी हुई गात मैं घणा कसुता संकट छाया
इसकी पूरी रोकथाम बिना , पाणी के इंतजाम बिना
अमीरां पै कसे लगाम बिना हरियाणा नम्बर वन कोण्या ||
अमीर गरीब के बीच की या बढती जावै खाई दखे
गरीब की मेहनत बिना छाज्या घनी रुसवाई दखे
महिला के सम्मान बिना ,पढे लिखे नौजवान बिना
म्हारे पूरे हुए अरमान बिना ,हरियाणा नम्बर वन कोण्या ||

1 comment:

Sukhram Rana said...

Again sir this the truth which could be seen in whole haryna, if we analayse it without prejudice or self interest because in social development we are at last number. And it is very interesting to note that a huge money is being spend on advertisement which claims that haryana is no.1. How could they persuade public by only a few sec. Add. Really it is very disturbing to see the balatantly propganda on the cost of our development money............SUKHRAM RANA

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