It is a common Place where people collect and discuss various issues.
Sunday, September 13, 2009
हिसाब
एक दिन रखा जाएगा हिसाब जो कभी रखा नहीं गया हिसाब एक दिन सामने आएगा जो बीच में ही चले गए और अपनी नहीं कह सके आएंगे और अपनी पूरी कहेंगे जो लुप्त हो गया अधुरा नक्शा फ़िर खोजा जाएगा
No comments:
Post a Comment