Thursday, June 20, 2013

Utrakhand

खंड-खंड हुआ उत्तराखंड, पहाड़ी सुनामी ने लील 150 जिंदगियां, हजारों लापताPosted by: Bavita Updated: Thursday, June 20, 2013, 12:52 [IST]                 
 देहरादून। पहाड़ी सुनामी ने पूरे उत्तराखंड को तबाह कर दिया है। पहाड़ पर प्रलय आ गया है। चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। लोग चाहकर भी अपनों को नहीं बचा पा रहे है। 150 से ज्यादा लोग मौत के इस कुंए में समां गए है। जो बच गए वो आंसू बहा रहे है। अपनों को खोने का गम, घर-आशियाने के तबाह होने का गम और आगे की जिंदगी काटने की चिंता उन्हें रोने पर मजबूर कर रही है।इस प्रलय में ज्यादातकर श्रद्धालुओं को अपने में समा लिया है। देश- विदेश ने देवनगरी आने वाले भक्तों को नहीं पता था कि इसबार भगवान उनकी इस तरह से परीक्षा देने वाले है। लगातार हो रही भारी बारिश, बादलों के फटना और भूस्खलन ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सेना भी जल्द से जल्द फंसे लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है। प्रकृति ने कहर ठाया है तो इंसान उसके सामने कैसे ठिक पाएगा। फिर भी सेना मोर्चे पर डटी हुई है। करीब नौ हजार लोगों को प्रभावित इलाकों से बाहर निकाला गया है, लेकिन अब भी करीब 60 हजार लोगों के फंसे होने की आशंका है।राहत और बचाव के काम के लिए सेना आईटीबीपी बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन और नेशनल डिजास्टर रिस्पांस टीम की कंपनियां तैनात की गई हैं। संपर्क टूट जाने के कारण सेना अबतक ये आंकलन नहीं कर पाई है कि किस इलाके में कितनी तबाही हुई है और कितने लोग फंसे हुए है। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि जानमाल का नुकसान और अधिक हो सकता है। सीएम विजय बहुगुणा ने इसे 'पहाड़ी सुनामी' का नाम दे दिया है। सड़कों के टूट जाने के कारण जवान हेलीकॉप्टर की मदद से लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रहे है।सबसे ज्यादा तबाही केदारनाथ, बद्रीनाथ, गौरीकुंड, गोविंदघाट, पंडुकेश्वर, कर्णप्रयाग, और उत्तरकाशी में मची है। केदारनाथ में भगवान शिव के मंदिर को छोड़कर कुछ भी नहीं बचा है। पहाड़ पर आई इस सुनामी की लहरों ने विकराल रुप दिखाया है। कहते है लहरें अगर विकराल हो जाएं, तो बस्तियों से लेकर गांवों तक के निशान नक्शे से गायब हो जाते हैं। जब पहाड़ों से पानी उतर रहा है, तो ऐसी हैरतअंगेज तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिसे देखकर आपकी रुह तक कांप जाती है।
 

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