जल्दी ही भूल गए हम इतिहास अपना
पता नहीं कहाँ पे खोया अहसास अपना
झूठ छाई है चारों ओर पता है ये हमको
ताकत है भले ही चेहरा हो उदास अपना
साजिशें रची जा रही मेरी सच के खिलाफ
भयानक बहुत लगता आस पास अपना
महिलाओं पर रेप असुरक्षित समाज
लहता हमें पूरा समाज बदहवास अपना
वो सुबह कभी तो आयेगी मुझे यकीं है
भागेगा अँधेरा जब होगा इक्लाश अपना
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