Wednesday, July 4, 2012

पूंजीवाद

पूंजीवाद 
दूसरे को बर्बाद करके खुद 
आबाद होने का दस्तूर यहाँ 
दूसरों के कन्धों पर पैर रख 
बस आगे बढ़ना है मंजूर यहाँ 
इस पूंजीवाद का नियम है यह 
मग़र बताते मेरा कसूर यहाँ 
अपनी कमजोरियों को  इसने 
इन्सान की कमजोरियां कहकर 
अपने को साफ़ सुथरा रखा 
जब तब असलियत चेहरे की 
सामने हम सब के आ जाती 
कुछ देर के लिए हम सबको 
कभी न कभी तो रुला जाती 
चेहरे लूटेरों के बहुत मासूम 
लगते हैं हमको जैसे दिखाऊँ 
टाटा अम्बानी जी का चेहरा 
कहीं यह दान किया कहीं कुछ 
और दान दिया और लूट का 
दो प्रतिशत सेवा में लगाया 
अपना काला चेहरा छिपाया 
यह पूंजीवाद बहुत शातिर है |

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