म्हारे प्रदेश हरयाणा मैं तरक्की का ढूँ मार दिया
सौ मैं तैं नब्बै भूखे हाँडें दस कसूता सिंगार दिया
दारू के ठेके गाम शहर मैं रोज तरक्की कर रे
पिला पिला लोगाँ नै दारू मिला पाणी घर भर रे
फलाई ओवर खूब बनाये ला टैक्स का अम्बार दिया ॥
दो चार जिल्यां मैं दिखै विकास बाकी खड़े लखावैं रै
जातवाद इलाकावाद के ये झंडे खूब फ़हरावैं रै
यो भ्रष्टाचार करै तरक्की इसा तरीका उभार दिया ॥
तरां तरां की कार घूमती कई ढाल के ठेकेदार रै
सारी चीज बिकें चौड़े मैं बनाया इसा बाजार रै
युवा लड़के लड़की को सैक्स नशे मैं उतार दिया ॥
एक हाथ तैं कड़ थेपडें दूजे तैं फन्दा घाल रहे
विकास की नहीं आज ये विनास की राही चाल रहे
बीर जो बोल्या सहमी वो पुचकार या दुत्कार दिया ॥
सौ मैं तैं नब्बै भूखे हाँडें दस कसूता सिंगार दिया
दारू के ठेके गाम शहर मैं रोज तरक्की कर रे
पिला पिला लोगाँ नै दारू मिला पाणी घर भर रे
फलाई ओवर खूब बनाये ला टैक्स का अम्बार दिया ॥
दो चार जिल्यां मैं दिखै विकास बाकी खड़े लखावैं रै
जातवाद इलाकावाद के ये झंडे खूब फ़हरावैं रै
यो भ्रष्टाचार करै तरक्की इसा तरीका उभार दिया ॥
तरां तरां की कार घूमती कई ढाल के ठेकेदार रै
सारी चीज बिकें चौड़े मैं बनाया इसा बाजार रै
युवा लड़के लड़की को सैक्स नशे मैं उतार दिया ॥
एक हाथ तैं कड़ थेपडें दूजे तैं फन्दा घाल रहे
विकास की नहीं आज ये विनास की राही चाल रहे
बीर जो बोल्या सहमी वो पुचकार या दुत्कार दिया ॥
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