Tuesday, July 16, 2013

DEVELOPMENT

म्हारे प्रदेश हरयाणा मैं तरक्की का ढूँ मार दिया 
सौ मैं तैं नब्बै भूखे हाँडें  दस कसूता सिंगार दिया 
दारू के ठेके गाम  शहर मैं रोज तरक्की कर रे 
पिला पिला लोगाँ नै दारू मिला पाणी घर भर रे 
फलाई ओवर खूब बनाये ला टैक्स का अम्बार दिया ॥ 
दो चार जिल्यां  मैं  दिखै विकास बाकी खड़े लखावैं रै 
जातवाद इलाकावाद के ये झंडे खूब फ़हरावैं रै 
यो भ्रष्टाचार करै तरक्की इसा तरीका उभार दिया ॥ 
तरां तरां की कार घूमती कई ढाल के ठेकेदार रै 
सारी चीज बिकें चौड़े मैं बनाया इसा बाजार रै 
युवा लड़के लड़की को सैक्स नशे मैं उतार दिया ॥ 
एक हाथ तैं कड़ थेपडें दूजे तैं फन्दा घाल रहे 
विकास की नहीं आज ये विनास की राही चाल रहे 
बीर जो बोल्या सहमी वो पुचकार या  दुत्कार दिया ॥ 

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