सामंती विचार को , असली आधुनिकता को, और विकृत आधुनिकता को समझ कर ही किसी नैतिक मुद्दे को सही ढंग से समझा जा सकता है । सामंती विचार विकृत आधुनिकता की आड़ में अपने को प्रासंगिक ठहराता आया है । सामंती सड़ांध और पूंजीवादी सड़ांध का मुकाबला आधुनिक विचार से ही हो सकता है ।
रणबीर
रणबीर
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