सीधा सादा औरंगजेब
सांझी संस्कृति की विरासत -- डा. सुभाष चंदर की किताब से प्रभावित होकर कुछ दिमाग में आया जो आपके सामने है :-
औरंगजेब के बारे मैं उल्टा सीधा तमाम सुनाया यो ||
हिदूंआँ पै जुल्म ढाये नयों हुआ बदनाम दिखाया यो ||
एक दूजी तस्वीर उसकी थामनै आज दिखाऊँ दखे
बहोत सादा जीवन उसका कोण्या झूठ भकाऊँ दखे
अपने हाथां टोपी सीमकै गुजारा करता बताया यो ||
जौ की रोटी शाग मिठाई खुश होके नै खाया करता
अपनी कमाई के साहरै अपना काम चलाया करता
रूक्कात -ए -आलमगीर तै इन बातां का बेरा लाया यो||
भारत की संस्कृति का प्रेमी था घना कसूत बतावैं सें
होली पर एक लिखी कविता रल मिल इने मनावैं सें
रंग गुलाल की होली का त्यौहार हमेश मनाया यो ||
कई भाषाओँ का ज्ञानी औरंगजेब को बताते भाई
अरबी तुर्की हिंदी का चौखा ज्ञाता दर्ज करते भाई
कहै रणबीर सच्चे दिल तै सच का साथ निभाया यो ||
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