Wednesday, October 26, 2011

पोस्ट दिवाली

पोस्ट दिवाली



इस बार फिर धूम धाम से देखो दिवाली मनी


राम और रावन के बीच एक बार फिर से ठनी


राम कौन है रावन मुश्किल यह पहचान हो गयी


बुराई का यहाँ बोलबाला सच्चाई बेजुबान हो गयी


सीता भी अपनी अग्नि परीक्षा देने को मजबूर हुई


महिला ही देगी परीक्षा तब से लागू यह दस्तूर हुई


लाखों लोग बेघर भारत में फूटपाथ पर सोते हैं


करोड़ों बच्चे भूख कारण बिलख बिलख रोते हैं


फिर भी दिवाली का चढ़ा था सब पर सरूर देखो


कपडे बर्तन खरीदे चाहे बढ़ी महंगाई जरूर देखो


विडियो चैटिंग ने दूरियां पाट दी है हमारी देखो


पल भर में लन्दन की हम ले जाते है उडारी देखो


भूल जाते हैं सफरिंग दुनिया साइनिंग दिखती है


चल रहे ज़माने के साथ ये मासूमियत बिकती है
अंतर कितना बढ़ गया सोचने की किसको फुर्सत है
हमारा खेत में खून पसीना उनकी जिम में कसरत है
हमारी दिवाली और उनकी बराबर हो ही नहीं सकती
उनकी खुशियों का बोझ ये जनता और ढ़ो नहीं सकती



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