Friday, September 30, 2011

मेरी माँ ए सै

मेरी माँ ए सै



रमलू की भैंस उसकी माँ भरतो कै हाथल होगी
भरतो के बिना वा किसे नै दूध कोन्या दिया करदी
एक बार भरतो नै कितै जाना पड़ग्या वा रमलू तैं बोली - बेटा बहू नै मेरे आले लत्ते पहरा कै दूध कढवा   लिया करिए |/
साँझ नैं दूध काढन के टेम पै रमलू की बहू नै अपनी सास भरतो के लत्ते पहर लिए अर दूध काढन खातर भैंस के नीचै बैठ गी \ भैंस उसकी कान्ही कडवी कडवी सी लखाई /
उसकी खोर मैं चुन लंडा लंडा रमलू बोल्या--कढ़वाले मेर माँ ए सै / 

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