कमलू गुर्राया: मुझे पता है मेरे जाने पर तुम मेरी सारी बियर पी जाओगे।
रमलू ने उसे यकीन दिलाया कि वो उसकी बियर नहीं पियेगा। उसके हिस्से की बियर ज्यों की त्यों रखी रहेगी।
संता यह सुनकर मान गया और छतरी लेने चला गया।
जब रात गहराने लगी पर कमलू छतरी लेकर नहीं लौटा तो रमलू ने सोचा शायद कमलू घर पर ही रुक गया है और अब नहीं आएगा। यही सोच कर उसने कमलू का बियर वाला गिलास उठाया ही था कि बार के एक कोने की छोटी सी खिड़की से तेज आवाज आई, "अगर पीओगे तो मैं छतरी लेने नहीं जाऊंगा।"
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