Wednesday, September 11, 2013

amerika

दुनिया भर में अमरीकी चौधराहट, अमरीकी सदी और

वाशिंगटन आम सहमति का गुब्बारा भी पिचक रहा है.

विश्व जनगण की आकांक्षा और कार्यभार को तय करने


वाली सच्चाई आज भी यही है- देश आज़ादी चाहते हैं,

राष्ट्र मुक्ति चाहते हैं, जनता इन्कलाब चाहती है..

"आशु "

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Will fail Fighting and not surrendering

I will rather die standing up, than live life on my knees:

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