Saturday, October 10, 2009

असमंजस

वर्तमान सरकार ने दिया बहुत कुछ हमको
पता नहीं क्यों तकलीफ हो रही है उनको

दस हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त कर्ज
दिया हमको तो किसी को क्यों हो रहा हर्ज
पानी का वायदा करके पानी के लिए तरसाया
बिजली चौबीस घंटे मिले हमको था बहकाया
सेज से सुरग बनने का किया हमसे वायदा
असल में अर्थी हमारी निकालने का इरादा
चढा दिया नए कर्जों का हम पर फ़िर से भार
कर्जे ले लेकर हमारे पुराने कर्जे रहे उतार

हरयाणा की है नम्बर वन हमारी ये सरकार
बहुत कुछ दिया इसने साथ दी महंगाई की मार
जायें तो जायें कहाँ ख़तम हुआ है विस्वास मेरा
हजंका बसपा इनेलो भाजपा एक जैसा सबका चेहरा

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