Friday, May 6, 2022

Press statement

प्रेस विज्ञप्ति दिनांक 6 मई, रोहतक। देश के जाने-माने शिक्षाविद् और अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, बेंगलुरु में 'शिक्षा के दर्शनशास्त्र' विभाग के प्रोफ़ेसर रोहित धनकर 7 मई को रोहतक आएंगे। हरियाणा ज्ञान-विज्ञान समिति और हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में रविवार 8 मई को रोहित धनकर मुख्य स्रोत व्यक्ति होंगे। कार्यशाला में राज्य-भर से के सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के 100 से अधिक शिक्षक भाग लेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में बहु विषयक अध्ययन पद्धति पर ज़ोर दिया गया है जिसमें विद्यार्थी आर्ट्स, साइंस और मानविकी के विषयों को एक साथ पढ़ेंगे। नीति दस्तावेज़ में कहा गया है कि इससे चिंतन की गहनता, दृष्टिकोण की व्यापकता और जीवन-कौशलों का विकास होगा। इस पद्धति को लागू करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा 17 मार्च को बी ए कोर्स के लिए 4 वर्षीय पाठ्य चर्या जारी करके देशभर में लागू करने के दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। दूसरी ओर शिक्षाविदों का मानना है कि इससे विद्यार्थियों में चयनित विषयों की विशेषज्ञता हासिल करने की प्रवृत्तियों को चुनौती मिल सकती है और अधिकांश विद्यार्थी सामान्य स्तर तक ही बने रह जाएंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के इस अति महत्त्वपूर्ण आयाम पर शिक्षकों के बीच व्यापक चर्चाओं की आवश्यकता को समझते हुए उक्त कार्यशाला का आयोजन हो रहा है ताकि सही समझ बन सके और हरियाणा के अध्यापक विद्यार्थियों को दिशा प्रदान कर सकें। जारीकर्ता : प्रमोद गौरी, राज्य सचिव, हरियाणा ज्ञान-विज्ञान समिति, हरियाणा।

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