Saturday, February 4, 2012

UP ELECTIONS

यु पी चुनाव पै सबकी आके नजर टिकी भाई 
चर्चा किस पार्टी की टिकट कितने मैं बिकी भाई 
मुलायम की पार्टी नै अपना अभियान चलाया सै 
मायावती नै दलित कार्ड हट कै नै आजमाया सै  
कांग्रेस नै अजीत जाट का यो लंगोट घुमाया सै 
भाजपा नै सबते न्यारा मजहबी ढोल बजाया सै 
रास्ता कोए दीखता ना जनता इनते छिकी भाई  
आर्थिक नीतियों पर ये सारी पार्टी एक बरगी रै 
भजपा कांग्रेस तै आगे उदारीकरण का पां धरगी रै 
चोर चोर मुसेरे भाई जनता कै या पूरी जरगी रै 
नाश होण मैं कसर कडे या पाप की हांड़ी भरगी रै 
जटिल समस्या आ खडी गुंडयाँ की खूब धिकी भाई 
इसे हालत के करै जनता नहीं समझ मैं आवै 
मजबूरी मैं जात गोत पै हट हट मोहर लगावै 
दारू पीस्सा बंटे चौड़े मैं गरीब वोट खरीदी जावै 
वोटर बेच वोट अपनी नै कुछ दिन तो मौज उड़ावै 
पाँच साल मैं पाँच सात दिन रोटी सही सिकी भाई 
सजा याफ्ता उम्मीदवार भी कई पार्टियाँ के खड़े सें 
मुलायम सिंह सबतें आगै मायावती नै लाले पड़े सें  
कांग्रेस अजीत नंबर दो पै इस्पै सट्टे लागे बड़े सें 
सोच समझकै रणबीर सिंह नै चुनाव पै छंद घड़े सें 
विकास का नारा गुम सै चुनाव जात पै झुकी भाई 
5.2.2012

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Will fail Fighting and not surrendering

I will rather die standing up, than live life on my knees:

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